सुरेश यादव रतलाम :- सम्माननीय साथियो देश में 500 और 1000 के नोट बंद करने का निर्णय एक बहुत बडा निर्णय है । इसके चलते देश का संचालन अभी केवल 14 प्रतिशत नगदी पर हो रहा है ।यह आर्थिक संक्रमण काल है । इन परिस्थीतियो में आज कई लोग परेशानियों का सामना कर रहे हैं ।
देश में 7 प्रतिशत परिवार में सरकारी खजाने से और 16 प्रतिशत परिवारों में निजी क्षेत्र से मासिक या नियमित आय होती है । इसके अतिरिक्त सभी 77 प्रतिशत परिवार के पास नियमित आय का कोई जरिया नहीं है। कहने का आशय है की उनकी आय बाजार और कृषि पर निर्भर है । हमारे देश में केवल 60 प्रतिशत लोगो के पास ही बैंक खाता है ।इस नॉट बंदी का देश की समाजव्यवस्था और अर्थशास्त्र पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ेगा आप समाचार पत्रों में देख ही रहे होंगे ।लेकिन यह अलग विषय है ।
हम शिक्षक हैं और हमारी गाँव गाँव तक पहुंच है ।हम इन परिस्थितियो में ग्रामीणों की किस प्रकार सहायता सकते हैं और हमे क्या क्या सावधानियां बरतनी हैं । में यहाँ इस पॉस्ट के माध्यम से कहना चाहता हूँ ।
सर्वप्रथम एक सामान्य जानकारी यह है कि वित्त वर्ष 2016-17 में टेक्स छूट की सीमा 2 लाख 50 हजार है और टेक्स रिबिट 50 हजार। भारत में 2 रूपये से अधिक की मुद्रा लीगल टेंडर होती है ।इसका आशय है कि रिजर्व बैंक का गवर्नर हमे एक कागज को रुपए के रूप में सौंपता है ।
1 सर्वविदित है कि 8 नवम्बर 2016 की मध्यरात्रि से 500 और 1000 के पुराने नॉट लीगल टेंडर नहीं रहे हैं। बस कुछ स्थानों जैसे ,बस अड्डो, रेल्वे स्टेशन,सरकारी अस्पतालों ,दवाई की दुकानों ,बिजली पानी के बिल जमा करने,और पेट्रोल पम्प व गैस बुकिंग के स्थानों पर ही इनके उपयोग या इनके आधार पर भुगतान की सुविधा प्रदान की गयी है ।इसके अतिरिक्त अन्य स्थानों पर इनके आधार पर लेंन देंन गैर कानुनी हो गया है । इस लिए अब पुराने नोट का लेन देन न करें।
2 सामान्य रूप से देखा जाता है कि ,एक छोटे परिवार में 10-15 हजार नगदी रहती है ।और एक बड़े परिवार में 40-50 हजार नगदी रहती है । वंही गृहणियों के पास या बच्चो के पास भी अपनी अपनी बचत का पैसा होता है ।लेकिन एक गृहणी (इसमें महिला कर्मचारी - अधिकारी नहीं आती)को अपने खाते में 2 लाख 50 हजार के पुराने नोट जमा करने पर आयकर विभाग की पूछताछ से मुक्ति प्रदान की गयी है अब समाचार मिला है की उनसे भी पूछताछ संभव है । नाबालिग बच्चो के खाते में जमा पैसा पालक की आय ही माना जाता है ।याद रहे 50 हजार और उस से बड़े हर लेन देन की जानकारी आयकर विभाग को पहुंचाई जाती है। आप घर में उपलब्ध पुराने नॉट को एक मुश्त ही अपने खातों में जमा कराएं बार बार बैंक में न जमा कराएं क्योकि 8 नवंबर के बाद पुराने नॉट का लेनदेन बंद हो गया है ।इस प्रकार बैंकों में भीड़ न बढ़ाये।
3 अपने घर के सोने के जेवर किसी लालच में आकर न बेचें । यह आप के आजीवन परिश्रम से अर्जित कि गयी सम्पत्ती है ।कुछ पैसो का लालच हमारी वर्षो की मेहनत पर पानी फेर सकता है ।
4 देखने में आ रहा है कि ग्रामीण इस नॉटबंदी के कारण ठगी का शिकार हो रहे हैं ।हम उन्हें सही जानकारियां दे कर इस ठगी के प्रति सचेत करें और बताएं कि आप किसी भी प्रकार से अपने जनधन खातों का दुरूपयोग न होने देवे और मुद्रा की खरीदी बिक्री से बचें ।
5 अब बैको में बिना जमा किये ,2000 के पुराने नॉट बदले जा सकेंगे ।और वह भी एक व्यक्ति के एक बार इस लिए कृपया बार बार लाइन में न लगें ।खाता होने पर एक ही बार में पैसा अपने खातों में जमा कर देवे।
6 हम में से कई साथी कृषक है और ,हंमारेे विद्यार्थी भी कृषक परिवार से होते हैं।कृषक अपने kcc के पैसे एक मुश्त जमा कर सकते हैं।
7 किसी लालच में आकर अपने और अपने परिवार के खातों का दुरुयोग न होने देवें। यह अपराध की श्रेणी में आता है । अंतोगत्वा जवाब उसे ही देना हैं जिसका बैंक खाता है ।
8 यदी आपने 8 नवम्बर के पहले जमींन का कोई सौदा किया हो या ।कोई रकम उधार दी है या उधार ली है तो उसके दस्तावेज सुरक्षित रखें । ऐसे में आप पैसा जमा करते है तो आयकर विभाग की जानकारी मे आने पर आपसे जवाब तलब हो सकता हैं।कृपया नगदी से संबंधित सभी दस्तावेज पूर्ण और सुरक्षित रखें।
9 हम नोकरी पेशा है हमारी आय सिमित और निश्चित है ।इस लिए अपने खातों का संचालन सोच समझ कर ही करें ।
10 कृपया छोटे नोट को लगातार बाजार में चलाएं उनको जमा करके न रखें।
यह सूचना भी आम जन तक पहुंचायें की 500-1000 के पुराने नॉट बैंकों में जमा करने की सीमा 31 मार्च तक है ।
एक कृषक kcc से सप्ताह में 25 हजार रूपये निकाल सकता है, बचत खाता धारक 20 हजार रूपये और चालू खाते से 50 हजार रूपये निकाले जा सकते हैं। किसी के घर में शादी है तो ,शादी का कार्ड दिखाकर माता पिता के बचत खातों से 2 लाख 50 रूपये तक निकाले जा सकतें हैं।
स्ममाननिय साथियो मैंने इस लेख की भूमिका में ही कहा था कि यह संक्रमण काल है और इसमें हमारे धैर्य की परीक्षा होनी है ।इस लिए कृपया धीरज बनाये रखें ,ग्रामीणों तक सही सूचनाएं और जानकारी पहुँचाते रहें। शिक्षक की समाज निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है । इस महत्वपूर्ण काल में अपने कर्तव्य का पालन करने से न चुकें।लोग निश्चित रूप से आप को दुवाएँ देगे।
धन्यवाद ।