Thursday, November 17, 2016

वेतन निर्द्धारण के स्थान पर ,वेतन विसंगती दूर करने पर ध्यान दें -डी के सिंगौर

अध्यापक मेटर....अध्यापकों की एकता के चलते गणना पत्रक जारी हुआ यदि जल्दबाजी न दिखाकर एकता बनाये रखी जाती तो गणना पत्रक में अब तक सुधार भी हो चुका होता अफसोस एक अंधे गणना पत्रक में सभी आँखे फोड़ रहे हैं पर उसमे सुधार हेतु कोई प्रयास नहीँ किया जा रहा है वेतन निर्धारण करने से ज्यादा जोर उसकी विसंगतियों को दूर कराने में लगाना चाहिये
समस्या का हल आदेश में एक संशोधन से निकल सकता  है कि "कि छठवें वेतनमान की कल्पनिक गणना 2007 से करते हुए उसका निर्धारण 1-1-16 को किया जाये " आदेश में 2007 से वेतनमान की गणना न होकर सेवा अवधि की गणना हो रही है एक ओर मजे की बात लोग 2013 की I R की विसंगति का हवाला देकर इस आदेश की विसंगति कि बात करने पर मुँह बँद कराते है उस समय की विसंगति को दूर कराने क्या हुआ क्या नहीँ हुआ ये उससे जुड़े लोग जानते है पर अब जो विसंगति सामने है उसके सामने क्यों आँखे मुदां जा रहा है समझ से परे है पूरा जोर विसंगति से परिपूर्ण गणना पत्रक से वेतन लेने में लगाया जा रहा है पर उसमे सुधार कि तरफ़ किसी का ध्यान नहीँ है....प्रांतीय निकाय को इस पर ध्यान देना चाहिये लिखा सिर्फ इसलिये कि कोई पहल हो....अब पहल चाहे जो करे ।

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Thursday, November 17, 2016

वेतन निर्द्धारण के स्थान पर ,वेतन विसंगती दूर करने पर ध्यान दें -डी के सिंगौर

अध्यापक मेटर....अध्यापकों की एकता के चलते गणना पत्रक जारी हुआ यदि जल्दबाजी न दिखाकर एकता बनाये रखी जाती तो गणना पत्रक में अब तक सुधार भी हो चुका होता अफसोस एक अंधे गणना पत्रक में सभी आँखे फोड़ रहे हैं पर उसमे सुधार हेतु कोई प्रयास नहीँ किया जा रहा है वेतन निर्धारण करने से ज्यादा जोर उसकी विसंगतियों को दूर कराने में लगाना चाहिये
समस्या का हल आदेश में एक संशोधन से निकल सकता  है कि "कि छठवें वेतनमान की कल्पनिक गणना 2007 से करते हुए उसका निर्धारण 1-1-16 को किया जाये " आदेश में 2007 से वेतनमान की गणना न होकर सेवा अवधि की गणना हो रही है एक ओर मजे की बात लोग 2013 की I R की विसंगति का हवाला देकर इस आदेश की विसंगति कि बात करने पर मुँह बँद कराते है उस समय की विसंगति को दूर कराने क्या हुआ क्या नहीँ हुआ ये उससे जुड़े लोग जानते है पर अब जो विसंगति सामने है उसके सामने क्यों आँखे मुदां जा रहा है समझ से परे है पूरा जोर विसंगति से परिपूर्ण गणना पत्रक से वेतन लेने में लगाया जा रहा है पर उसमे सुधार कि तरफ़ किसी का ध्यान नहीँ है....प्रांतीय निकाय को इस पर ध्यान देना चाहिये लिखा सिर्फ इसलिये कि कोई पहल हो....अब पहल चाहे जो करे ।

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