भोपाल.प्रदेश के सरकारी स्कूल के बच्चे अब अपने गांव का भूगोल किताबों में पढ़ेंगे। इसकी शुरुआत हरदा के छिदगांव तमोली जैसे छोटे से गांव में हो चुकी है। इस शुरूआत से एक IAS इतनी प्रभावित हुईं कि उन्होंने पूरे 1 घंटे छात्रों के साथ जमीन पर बैठकर क्लास ली।
क्या है मामला...
-हरदा के छिदगांव तमोली में दो साल पहले अस्तित्व में आए मिडिल स्कूल में लगभग एक साल से पटवारी पवन बांके बच्चों को गांव का आयात, त्रिभुज, वर्ग वृत, नजरी नक्शा सहित जमीन से संबंधित जानकारियां बता रहे हैं।
-पटवारी की क्लास में केवल लड़के ही नहीं, बल्कि लड़कियां भी अपने गांव का भूगोल समझ रही हैं।
-इसके लिए अब कक्षा छठवीं, सातवीं और आठवीं के लिए पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। पूरे प्रदेश में इसे जल्द लागू किया जाएगा।
बच्चों के साथ पढ़ चुकी हैं IAS जिला पंचायत सीईओ
-छिदगांव तमोली समिति की वार्षिक आमसभा हुई थी। इसमें पंचायत हरदा में सीईओ एवं आईएएस अफसर षण्मुख प्रिया मिश्रा भी पहुंची थीं।
-उन्हें पता चला कि स्कूल में पटवारी गांव का भूगोल पढ़ा रहे हैं। वे भी स्कूल पहुंच गईं।
-उनका कहना है कि यह मेरे लिए अच्छा अनुभव था। आईएएस में आने के बाद जमीनों से संबंधित बेसिक जानकारी मुझे मिली। मैने करीब एक घंटा क्लास में छात्रा की तरह बिताया था।
स्कूल के बच्चों को पटवारी ने भूगोल पढ़ाना शुरू किया
-स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री दीपक जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप हमारी कोशिश मिडिल और हाईस्कूल के लिए गांव की ज्योग्राफी का पाठ्यक्रम जोड़ने की है।
-वैसे भी भू-राजस्व संहिता में अध्यापन कार्य का उल्लेख है, पर यह काम अभी तक नहीं हो रहा था। पूर्व राजस्व मंत्री रामपाल सिंह पटवारियों द्वारा बच्चों को भूगोल पढ़ाने पर सहमति दे चुके हैं।
- पिछले साल शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकारी अफसरों को अपने-अपने क्षेत्र के
-हरदा के छिदगांव तमोली में दो साल पहले अस्तित्व में आए मिडिल स्कूल में लगभग एक साल से पटवारी पवन बांके बच्चों को गांव का आयात, त्रिभुज, वर्ग वृत, नजरी नक्शा सहित जमीन से संबंधित जानकारियां बता रहे हैं।
-पटवारी की क्लास में केवल लड़के ही नहीं, बल्कि लड़कियां भी अपने गांव का भूगोल समझ रही हैं।
-इसके लिए अब कक्षा छठवीं, सातवीं और आठवीं के लिए पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। पूरे प्रदेश में इसे जल्द लागू किया जाएगा।
-छिदगांव तमोली समिति की वार्षिक आमसभा हुई थी। इसमें पंचायत हरदा में सीईओ एवं आईएएस अफसर षण्मुख प्रिया मिश्रा भी पहुंची थीं।
-उन्हें पता चला कि स्कूल में पटवारी गांव का भूगोल पढ़ा रहे हैं। वे भी स्कूल पहुंच गईं।
-उनका कहना है कि यह मेरे लिए अच्छा अनुभव था। आईएएस में आने के बाद जमीनों से संबंधित बेसिक जानकारी मुझे मिली। मैने करीब एक घंटा क्लास में छात्रा की तरह बिताया था।
-स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री दीपक जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप हमारी कोशिश मिडिल और हाईस्कूल के लिए गांव की ज्योग्राफी का पाठ्यक्रम जोड़ने की है।
-वैसे भी भू-राजस्व संहिता में अध्यापन कार्य का उल्लेख है, पर यह काम अभी तक नहीं हो रहा था। पूर्व राजस्व मंत्री रामपाल सिंह पटवारियों द्वारा बच्चों को भूगोल पढ़ाने पर सहमति दे चुके हैं।
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