शिक्षा और उस से जुड़े संवर्ग की सेवाओं से जुडी जानकारीयां ,आप तक आसानी से पहुंचाने का एक प्रयास है अध्यापक जगत
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Comments system
Wednesday, July 20, 2016
साथियो सभी के मन में जिज्ञासा है कि संविलियन की लड़ाई अभी से (जुलाई 2016 से) क्यों ?- सुरेश यादव रतलाम
साथियो सभी के मन में जिज्ञासा है कि संविलियन की लड़ाई अभी से (जुलाई 2016 से) क्यों ?
यह प्रश्न हम से कई लोगो ने पूछा हैं ,और भी पूछे जाएगे ।
आप को क्या लगता है इस बारे में हमने नहीं सोचा है ? हमें इस प्रकार के सभी सवाल का जवाब भी देना है
और संविलियन करवा के भी बताना है । हम ही वो लोग है जो लड़ते आये है 2015 में भी लड़े (बस हमारा
सूझबूझ भरा नेतृत्व नहीं था )।
आप को याद है की पिछली बार अंदोलन सितम्बर 15 में हुआ था जिसका आदेश 31 मई को जारी हुआ
अर्थात 8 महीने बाद लेकिन लाभ अब भी नहीं मिला ।
आप को और पीछे लिए चलते हैं 2012-13 में ,तब क्रमिक आंदोलन की शुरुवात सितम्बर 12 से हुई ,3 से 5
दिसम्बर को बडा आंदोलन हुआ । 13 जनवरी 2013 को भोपाल आये और 13 मार्च को अंदोलन समाप्त हुआ
। समान वेतन मान को अंतरिम राहत में देने का आदेश हुआ 4 सितम्बर 13 को ।
मतलब की आन्दोलन समाप्त होने के 6 महीने बाद ।
अब 2010 में ले चलते है हमने 5 सितम्बर 10 को भोपाल में प्रदर्शन किया लाठीचार्ज हुआ ।अक्टूबर में
हड़ताल हुई , nps का लाभ मिला मार्च-अप्रैल 11 से ,9 महीने बाद ।
2005 का अंदोलन 54 दिन का हुआ ,इतिहास का पहला आंदोलन जब हड़ताल के दौरान ही आदेश हुए । इसी
आंदोलन के कारण आज संविदा शिक्षक और गुरूजी भी अध्यापक बन रहे हैं ।
2005 का अंदोलन कई आदेशो के साथ ऑक्टोबर में समाप्त हुआ । फिर दिसम्बर 05 में डी पि दुबे समिति
बनी, जिसने 1 वर्ष बाद अपनी रिपोर्ट दिस्म्बर 6 में सौंपी । 24 फरवरी 07 को भोपाल में cm ने अध्यापक
बनाने की घोषणा की सुभाष उत्कृष्ट स्कुल मैदान पर की ।
और आदेश हुए 26 जून 2007 के दिन ।
अब वापस जुलाई 16 में आते है यह विधानसभा का घेराव 25 जुलाई को है गणना पत्रक जारी हो भी जाये तब
भी जारी रहेगा क्योकि गणना पत्रक तो सरकार को जारी करना ही है । हम 25 जुलाई को घेराव करेंगे कुछ
इस क्रमिक आंदोलन के कुछ दिनों बाद अंदोलन होगा जो सम्भतः 15,20 से 25 दिन चल सकता है । सरकार कुछ समय बाद बुला कर बात करेगी फिर संविलियन के लिए समिति बनाने का कहेगी तब तक दिसम्बर 16
हो जाएगा । 17 में समिति बनेगी जो 6 माह या 1 साल के लिए होंगी ।बाद में समिति अपनी सिफारिश करेगी
। संविलियन के लिए कानून में बदलाव करना होगा जो विधान सभा के बाद लोकसभा से होगा । तो ऐसा
करते करते 18 आ जायेगा । और 18 में चुनाव है 2018 में मांनसुन सत्र आखरी सत्र रहेगा । हम संविलियन
की इस लाड़ई को 2023 तक नही खींचना चाहते ।
अब आप समझें । वेतन का आदेश तो 2013 में ही हो गया था । अभी भी आदेश हो ही जायेगा । हमारा
असली लक्ष्य संवलियन है । संविलियन ही हमारी हर समस्या का हल और अंत है । इस लिए कृपया 25 जुलाई
को एक दिवस का आकस्मिक अवकाश लेकर अपने व अपने बच्चों के भविष्य के लिए भोपाल अवश्य पहुंचें
संविलयन की लाड़ई हमारी अपनी लडाई है ।और हमारी संख्या बल पर ही इस लडाई में हार जीत निर्भर है ।
अब आप स्वयं ही तय करें । आप को क्या करना है।
सुरेश यादव कार्यकारी जिलाध्यक्ष राज्य अध्यापक संघ जिला रतलाम
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment